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22 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के लिए 151 सदस्यों की कार्यसमिति गठित

खबर हेडलाइंन:

श्रीराम जन्मभूमि के साथ-साथ पुनौरा धाम स्थित मां जानकी की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के कार्य का शुभारंभ करने, मिथिला और अवध के पुरातन संबंधों को मधुरम बनाने एवं इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा घोषित रामायण सर्किट योजना के त्वरित क्रियान्वयन हेतु सरकार पर दबाव बनाने, मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य गठन अभियान को तेज करने, नेपाल सहित भारत के सरकारी एवं गैर सरकारी कामकाज की भाषा को अनिवार्य रूप से मैथिली बनाने, नेपाल एवं भारत के सरकारी एवं गैर सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में मातृभाषा के रूप में मैथिली की पढ़ाई अविलंब शुरू किए जाने, बीपीएससी की परीक्षा में मैथिली सहित अन्य विषयों के परीक्षार्थियों के लिए पूर्ववत स्थिति बहाल किए जाने, मैथिली भाषा साहित्य एवं धरोहर लिपि मिथिलक्षर के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए मैथिली अकादमी का स्वतंत्र अस्तित्व में गठन किए जाने आदि से संबंधित 13 सूत्री घोषणापत्र पारित किए जाने के साथ तेलंगाना के हैदराबाद महानगर में आयोजित 21 वां अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन अनेक उपलब्धियों के साथ संपन्न हुआ। यह जानकारी देते हुए अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के प्रधान महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बताया कि 22 वें सम्मेलन के लिए चार विभिन्न जगहों क्रमशः अमेरिका , बंगलुरू (कर्नाटक), अयोध्या (उत्तर प्रदेश) एवं जनकपुर (नेपाल) से प्रस्ताव आया है, जिसके बारे में उचित समय पर निर्णय लिया जाएगा।हालांकि अगले सम्मेलन के आयोजन के लिए 151 सदस्यीय कार्यसमिति का गठन सर्वसम्मति से कर लिया गया है। 21 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में सर्वसम्मति से बनाई गई कार्य समिति की सूची के बारे में सम्मेलन के अध्यक्ष डा महेंद्र नारायण राम ने एक विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ सी पी ठाकुर को इसका मुख्य संरक्षक बनाया गया है। जबकि पं कमला कांत झा, रंजन कुमार झा, डा रामभरोस कापड़ि, अजय कुमार झा, शरद कुमार झा एवं मणिकांत दास को कार्यसमिति का संरक्षक मनोनीत किया गया है। अध्यक्ष के पद पर डॉ महेंद्र नारायण राम के नाम को एकबार फिर स्वीकृति मिली है। जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए डॉ बुचरू पासवान, अशोक झा, शंभुनाथ झा, अमरेन्द्र कुमार झा, विवेकानंद झा, प्रो अयोध्या नाथ झा, एवं प्रो विजय कांत झा के नामों को स्वीकृति दी गई है। प्रधान महासचिव पद के लिए डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू के नाम की घोषणा तालियों की गड़गड़ाहट के बीच की गई। जबकि महासचिव के रूप में प्रो जीवकांत मिश्र एवं प्रजेश कुमार झा मनोनीत किए गए हैं। कार्यकारिणी में सचिव के पद राम विनोद झा, वैद्य गणपति झा, संतोष कुमार झा के नाम शामिल किए गए हैं। जबकि 22 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में प्रवीण कुमार झा को सचिव के अतिरिक्त प्रभार के साथ मीडिया संयोजन की कमान एकबार फिर सौंपी गई है। प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई मीडिया संयोजन के कार्य में उनकी सहायता करेंगे। इस समिति में संयुक्त सचिव के पद पर क्रमशः आशीष चौधरी, मणिभूषण राजू, पुरुषोत्तम वत्स के नाम की घोषणा की गई। कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष की कमान इस बार रामकुमार यादव को दी गई है।
स्मारिका प्रभारी के रूप में सम्मेलन के अध्यक्ष डा महेंद्र नारायण राम को संपादक की कमान सौंपी गई जबकि प्रवीण कुमार झा को सह संपादक मनोनीत किया गया है। शोभा यात्रा प्रभारी के रूप में विनोद कुमार झा एवं विजय कांत झा को दायित्व दी गई है। जबकि कवि गोष्ठी प्रभारी सोनी चौधरी को बनाया गया है। विचार गोष्ठी प्रभारी के रूप में करतल ध्वनि से मैथिली सेवी वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा के नाम को ध्वनि मत से पारित किया गया। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का संयोजक एकबार फिर पं कमलाकांत झा को बनाया गया। इसके अतिरिक्त 21 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को इस कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है।

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Author: khabarheadline

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